घटना
- मेरी मम्मी जब मेरे पापा को बचने दौड़ी तब उन्ही 6 लड़को के साथ आये उनके भाई विक्की चौहान ने मेरी मम्मी को बुरी तरह बैट से मारा
ललिता जी जो अपने पति को बचाने जा रही थीं उनके पैर मे विक्की ने बैट से मारा वह चोट |
- मै अपने पापा को बचाने जा रही थी तो मुझे उन लडको की माँ जो उन्ही 6 हत्यारो के पीछे आयी थी ( हत्यारे अमन व आकाश की माँ सौऊआ ) , ( हत्यारे टोम्मा व राज की माँ जस्सो ) , ( हत्यारे दीपक की माँ गुड्डी ) ने मुझे पकड़ लिया और पीटने लगी मै अपने पापा की तरफ बढ़ने की कोशिश करती रही पर वह तीनो मुझे खींचती रहीं मै मेरे पापा को देख रही थी वह 6 मेरे पापा को मिलकर मारते रहे मेरे पापा जमीन पर गिर पड़े बेहोश हो गए मेरे पापा के सर , मुँह और नाक से खून की धार लग गयी उनकी गर्दन लटक गयी
- उन्ही 14 लोगो के परिवार के मुखिया हिम्मत सिंह चौहान ने कहा " मार डालो , जो बचाएगा उसका भी यही हाल करेंगे।
- हत्यारे अमन और आकाश की माँ सऊआ ने अपने सबसे बड़े बेटे विशाल को कहा की ऐ विशाल नगन कर के मार इन सब लड़कियों को तब विशाल ने मेरी सबसे छोटी बहन गीता ( उम्र 17 वर्ष ) को गलत तरीके से पकड़ा ( छूआ ) ओर उसके कपडे फाड कर उसे निर्वस्त्र करने की कोशिश की और उसे धक्का मार कर जमीन पर गिरा दिया यहाँ सब देख रही मेरी मंझली बहन नेहा जब मेरी छोटी बहन गीता के पास दौड़ कर गयी और उसे उठाने लगी तब विशाल ने नेहा की कमर मे पीछे से लोहे की रोड मार दी
नेहा जो अपनी छोटी बहन गीता को बचने गयी उसकी कमर मे विशाल ने रोड से मारा वह चोट |
मैं और मेरी माँ चिल्लाये " मार डाला रे हत्यारो ने " तब हिम्मत सिंह जो हत्यारो के परिवार का मुखिया है उन्हें शाबाशी देकर उनकी पीठ थपथपा कर ले गया। मेरे पापा को हॉस्पिटल भेज
घटना से पहले का फोटो |
घटना के बाद का फोटो |
घटना की रिपोर्ट
थाना -गोविंदपुरा भोपाल
दिनांक -16 अप्रैल 2020 ,समय 12 से 1 के बीच
रिपोर्ट कर्त्ता - ललिता राजपूत ,नेहा राजपूत
रिपोर्ट दर्ज कर्ता - ASI अरविन्द कौरव
जब मैं ललिता राजपूत ( पत्नी स्वर्गीय श्री तरुण सिंह राजपूत ) और मेरी बेटी नेहा राजपूत ठाणे मे रिपोर्ट दर्ज कराने पहुँची तो मौके पर ठाणे गोविंदपुरा मे मौजूद ASI अरविन्द कौरव द्वारा दुर्व्यव्हार किया गया और हमें भागने का प्रयास किया गया किया गया तब मेरी बेटी और मैने कहा सर मेरे घर मे हथियारों ( रोड , लोहे के पाइप , बेसबॉल बैट , हॉकी , डंडे ) के साथ घुस कर 6 लोग ( दीपक ,अमन , आकाश , भूरा , टोम्मा , राज ) मेरे पति को घसीट कर घर के सामने चबूतरे तक ले गए और उन्हें मिलकर लोहे के पाइप , रोड , डाँडो ,बेसबॉल , बैट ,हॉकी से मारा ,
और उन हत्यारों के सहयोगी ( हिम्मत , विशाल , विक्की , कारन , साउअ , गुड्डी ,जस्सो, नाम ज्ञात नहीं ) ने मेरे पुरे परिवार मुझे और मेरे बच्चों को मारा और मेरे पति को बचाने के हमारे सारे प्रयास विफल कर मेरे पति की पीट कर हत्या करने की इक्छा से हुए हमले मे सहयोग किया
और उन हत्यारों के सहयोगी ( हिम्मत , विशाल , विक्की , कारन , साउअ , गुड्डी ,जस्सो, नाम ज्ञात नहीं ) ने मेरे पुरे परिवार मुझे और मेरे बच्चों को मारा और मेरे पति को बचाने के हमारे सारे प्रयास विफल कर मेरे पति की पीट कर हत्या करने की इक्छा से हुए हमले मे सहयोग किया
- विशाल ने मेरी बेटी गीता (उम्र 17 वर्ष ) के कपडे फाडे उसे जमीन पर गिरा दिया नेहा गीता को उठाने लगी तो उसे कमर मे रोड मारी
नेहा राजपूत पुत्री ( मृतक तरुण सिंह ) की चोट की मेडिकल रिपोर्ट |
- कृष्णा राजपूत ( पुत्र तरुण सिंह राजपूत ) को लगी चोट का मेडिकल
- हिम्मत ने कहा " मार डालो " जो बचाएगा उसका भी यही हाल करेंगे
- साउअ , गुड्डी ,जस्सो ने मेरी बेटी किरण को पकड़ कर पीटा जिससे वो अपने पिता को बचने नहीं जा पायी
तब रिपोर्ट लिख रहे अरविन्द कौरव ने कहा बलबा लग जायेगा हम 14 नाम नहीं लिख सकते बलबा लग जायेगा।
बिना मेडिकल के हम यहाँ नही लिख सकते की किस हथियार से मारा है। और आप ज्यादा बढ़ा चढ़ा कर मत बताइये हम लिख रहे है ना और फिर बिना मेडिकल रिपोर्ट के ही अरविन्द कौरव ने सारी रिपोर्ट अपने हिसाब से ही लिख ली।
मेरे पति गंभीर रूप से घायल हॉस्पिटल मे भर्ती थे मुझे हॉस्पिटल से लगातार फ़ोन आ रहे थे तब मैने बिना पढ़े ही रिपोर्ट पर sign कर दिए और मेरे पति के पास हॉस्पिटल चली गयी।
मेरे पति तरुण सिंह राजपूत का 18 अप्रैल २०२० को निधन हो गया जो 16 अप्रैल से हमले के कारन से गंभीर रूप से घायल और बेहोश थे मेरे पति के निधन के कुछ दिन बाद जब मैने FIR पढ़ी तो मै हैरान रह गयी मैने पाया की जो मैने लिखवाया था वो तो लिखा ही नहीं गया।
F.I.R की खामियां
- रिपोर्ट गलत दर्ज की जाने की सुचना गोविंदपुरा थाना TI साहब को दी
(रिपोर्ट गलत दर्ज की गयी है के विषय मे एप्लीकेशन पर थाना गोविंदपुरा के TI सर के sign )
- सभी 14 हत्यारों ( 6 मुख्य अन्य सहयोगी ) के नाम मैने ललिता राजपूत और मेरी बेटी नेहा के बताने पर भी रिपोर्ट मे दर्ज नहीं किये गए बल्बा लग जायेगा ऐसा कहा गया सभी हथियारों का विवरण देने पर भी हत्यारों के हाथ मे हथियार नहीं दर्शाये गए केवल एक व्यक्ति भूरा के हाथ मे रोड दर्शायी गयी
-
आप पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखिये मेरे पिताजी की दायी आंख फोड़ दी , उनकी सर की हड्डियों के टुकड़े ,टुकड़े कर दिए उनके ब्रेन मे खून के थक्के जमे उन्हें 9 अलग -अलग जगह गंभीर चोटें आयी हैं यह सब क्या केवल लात घुसे मारने से होता है ? या सिर्फ एक व्यक्ति के रोड मारने से इतनी जगह चोटें आती हैं किसी को ? ध्यान दें महोदय ये झूंटी रिपोर्ट लिखने वाला कहीं झूंटी chargesheet ना बना दे , हम गरीब न्याय के लिए भटक रहे हैं।
आप पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखिये मेरे पिताजी की दायी आंख फोड़ दी , उनकी सर की हड्डियों के टुकड़े ,टुकड़े कर दिए उनके ब्रेन मे खून के थक्के जमे उन्हें 9 अलग -अलग जगह गंभीर चोटें आयी हैं यह सब क्या केवल लात घुसे मारने से होता है ? या सिर्फ एक व्यक्ति के रोड मारने से इतनी जगह चोटें आती हैं किसी को ? ध्यान दें महोदय ये झूंटी रिपोर्ट लिखने वाला कहीं झूंटी chargesheet ना बना दे , हम गरीब न्याय के लिए भटक रहे हैं।
- पहले कहा गया मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद लिखेंगे की किस हथियार से मारा है फिर बिना मेडिकल के ही केवल एक व्यक्ति के हाथ मे रोड दर्शायी गयी। और अपने मन से रिपोर्ट लिख ली गयी। ( FIR रिपोर्ट बिना मेडिकल रिपोर्ट के लिखी गयी है )
- हमारी रिपोर्ट गलत दर्ज की गयी है यह जान कर हमने अपने बयान तब तक ना देने का फैसला किया जब तक रिपोर्ट सही नहीं की जाती , तब हमें पुलिस अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया की आप आप अपने बयान दर्ज कराइये हम आपके बयान के आधार पर कार्यवाही करेंगे और आरोपियों को गिरफ्तार करेंगे , हमने बयान दर्ज कराये फिर भी अभी तक 8( हिम्मत , विशाल, विक्की , कारण , सऊआ ,जस्सो , मे से एक भी हत्या मे सहयोगी को गिरफ्तार नहीं किया गया है सारे साबुत , गवाह , और मेडिकल रिपोर्ट्स हैं। फिर भी वह आज़ाद घूम रहे हैं, और 1 जून रात 2 :30 बजे मेरे पिता की हत्या के बाद फिर से हमारे घर पर हमला किया तब हम जान बचा कर घर छोड़ कर भागे। हमले की सुचना हमने ठाणे मे दी थी फिर भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई ?
समाधान
आपसे विनम्र निवेदन है की तरुण सिंह राजपूत के मर्डर केस की investigation कर रहे गोविंदपुरा थाना SI R.N. चौहान साहब को आदेश जारी करें की FIR लिखने मे हुई गलतियों का सुधार chargesheet मे सभी तथ्य ( बयान , मेडिकल रिपोर्ट , पोस्टमार्टम रिपोर्ट, सबूत , गवाह ) सम्मिलित कर किया जाए जिससे सभी 14 हत्यारों 6 मुख्य ( दीपक ,अमन ,आकाश ,भूरा ,टोम्मा ,राज ) तथा 8 सहयोगियों ( हिम्मत ,विशाल ,विक्की , कारण , जस्सो , गुड्डी ,सऊआ, नाम ज्ञात नहीं ) को उम्र कैद या फांसी हो।
हत्या का कारण
( स्वर्गिय श्री तरुण सिंह की पत्नी पीड़ित श्री मति ललिता की जुबानी )
8 अप्रैल 2020 की बात है कि मेरा बेटा कृष्णा( उम्र 14 वर्ष ) जो आनन्द मार्ग स्कूल क्लास 8 मे पढता है अपने साथी ऋतिक के साथ घर के पास ग्राउंड मे बैठा था। तभी हत्यारा राज व हत्यारा टोम्मा ऋतिक की पुरानी लड़ाई को लेकर कृष्णा को मारने लगे की तू ऋतिक के साथ नही बैठेगा हत्यारे भूरा ने कृष्णा को मार कर उसका सर फोड दिया और साथ ही हत्यारे राज , टोम्मा व हत्यारो का भाई कारण भी मारते रहे। यह सब होने पर जब मै मेरे पति और मैं थाने मे रिपोर्ट दर्ज कराने पहुँचे तो मेरे और मेरे पति के साथ पुलिस द्वारा दुर्व्यव्हार किया गया मुझे गाली दी गयी और भगाने का प्रयास किया गया मेरे बेटे कृष्णा ने कहा की मुझे 4 लोगो ने मारा है तो पुलिस वाले राम संजीवन ने कहा तुझे 4 नही 10 लोगो ने मारा है अगर इतने लोगो ने मारा होता तो तू यहाँ खडा नहीं होता , कृष्णा ने कहा की मुझे बड़े पथ्थर से मारा है तो राम संजीवन ने कहा की तुझे इतना मारा होता तो तू मर जाता जिनकी हम रिपोर्ट कराने जाते थे उनके गले मे हाथ डाल कर बाबूलाल गौर पुलिस वाला घूमता और हँसते। इस तरह जब पुलिस द्वारा उनका साथ दिया गया तो उन गुंडों के हौसले और बढ़ते गए। बड़ी मुश्किल से अंततः मेरी रिपोर्ट लिखी गयी
उसके बाद मेरे पति को हत्यारे अमन जो की हत्यारे राज , टोम्मा , भूरा का भाई है द्वारा धमकी दी गयी की रिपोर्ट वापस लो और उन्ही के भाई हत्यारे आकाश ( जिन्होंने मारा था उनका भाई ) ने कहा की जान से मार के फेंक देंगे अकेला तो है क्या कर लेगा हमारा घर मे घुस कर मरेंगे। इस पर मेरे पति ने जान से मारने की धमकी की शिकायत पुलिस मे करने के लिए एक एप्लीकेशन मेरी बेटी से बनवाई और उस पर अपने हस्ताक्षर किये
15 अप्रैल को lockdown के कारण वे थाने जा न सके तब हमने ( मेरी बेटी ने गोविंदपुरा ठाणे के TI को तथा 100 डायल को फोन करके धमकी की सुचना दी 100 डायल ने 5 बजे आने का आश्वसान दिया ) पुलिस वाले उस दिन हमारे घर तो नहीं आये परन्तु मेरे पति की हत्या जिन बदमाशों की हमने शिकायत की थी उन्होंने कर दी उसके बाद जब हमारी पुलिस और गोविंदपुरा ठाणे के TI से हुई तो तो उन्होंने बताया की हमने 15 अप्रैल की शाम ह्त्या से एक दिन पहले आकर उन बदमाशों को डांट फटकार लगाई थी।
हत्यारो का बैकग्राउंड
यह 6 मुख्य हत्यारे( दीपक ,अमन ,आकाश ,भूरा ,टोम्मा ,राज ) हैं और 8 सहयोगी हैं ( हिम्मत ,विशाल,विक्की ,कारण ,जस्सो ,गुड्डी ,सौउआ ,नाम ज्ञात नहीं ) जो यहाँ एकता नगर मे ही रहते हैं कुत्तो की तरह आवारा घूमने वाले गली के गुंडे सभी एक ही परिवार से हैं पुरे परिवार का रिकॉर्ड ख़राब है इन्हे इनके चाचा बिल्ला चौहान का सपोर्ट है जब भी ये कोई जुल्म करते है तो बिल्ला इन्हे छुडा लेता है, दर्जनों रिपोर्टे होंगी इन हत्यारो के खिलाफ ठाणे मे । बिल्ला सट्टा खिलवाता है और 2 नंबर के काम करता है एक बार बिल्ला को 2 नंबर के काम मे गिरफ्तार भी किया जा चूका है। और भी कई लोगो के घर मे घुस कर मारपीट की है इन हत्यारो ने और रिपोर्ट भी लिखवाने नहीं जाने दिया। इन हत्यारो को फांसी की सजा हो ताकि आज जो हमारे साथ हुआ कल किसी और के साथ ना हो
पीड़ित की स्तिथि
मेरे पिता तरुण सिंह जिनकी 14 बदमाशों द्वारा निर्मम हत्या कर दी गयी है एक प्राइवेट कंपनी मे मजदूर थे अपने बीवी बच्चो के लिए सुबह 8 से शाम 8 तक मेहनत करते थे अपनी पढाई का खर्च निकलने के लिए मेरी माँ और हम सभी बच्चे चिल्ड्रेन्स पार्क मै खिलोने बेचते थे
हम 3 बहन और मेरे 2 छोटे भाई ( 14yr , 10yr ) हैं पिताजी की ह्त्या के बाद माँ का बुरा हाल है वे बार बार बेहोश हो जाती हैं और एक ही बात बार बार कहती हैं की उन हत्यारो को उम्र कैद या फांसी की सजा दिलाऊँगी हम घर मे 3 लड़किया हैं घर के मुखिया तो रहे नहीं अगर उन हत्यारो को जमानत पर छोड़ा गया तो कल को हमारे साथ भी कुछ भी हो सकता है उन्होंने जमानत की अर्जी लगा दी है और हमारे पास अभी वकील भी नहीं है हमारी FIR भी गलत लिख ली गयी थी तब भी हमें कोई बताने वाला नहीं था की अब हमें क्या करना चाहिए विशाल चौहान जिसने मेरी छोटी बहन गीता ( उम्र 17 वर्ष ) के कपडे फाडे और उसके साथ बलात्कार करने का प्रयास किया उसकी भी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है कौन जिम्मेदार है अगर कल को हमारे साथ कुछ गलत होता है तो पुलिस तो ह्त्या होने के बाद भी हमारी रिपोर्ट गलत लिखती है ! मेरे पिता की हत्या के बाद रात 1 जून रात 2 :30 बजे वह गुंडे( 6 जेल मे है बाकि बहार हैं ) हमारे घर पर चढ़े घर टीन का है हम ( हम 3 लड़किया मेरे 2 छोटे भाई 14 , 10 year के हैं और मेरी माँ ) डर से सेहम गए और उठ कर बैठ गए उन हत्यारो ने ( जोकि जेल से बहार है ) हमारे घर पर पथ्थरो से हमला किया और 6 और को जान से मारने की धमकी दी तब सुबह हमें मेरे पिता की 25 साल की मेहनत से बनाया घर ( rural area मे एक छोटा सा माकन पिताजी ने अपनी मेहनत से बनाया था ) छोड़ना पड़ा अब हमारे पास ना घर है ना आय का कोई साधन
महोदय आपसे निवेदन है की
- कृपया हमारी मदत करें हमारी chargesheet ऐसी पेश की जाये जिससे सभी 14 हत्यारों को सज़ा मिले
- हमें अपना घर छोड़ना पड़ा है , प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत आवास प्रदान किया जाये
- पिताजी की हत्या के बाद घर का गुज़ारा चलने के लिए मुझे मुख्यमंत्री अनुकम्पा द्वारा सरकारी नौकरी दी जाये
- मुख्यमंत्री सहायता कोष से कुछ आर्थिक सहायता प्रदान की जाये
बुरी से बुरी सजा मिलनी चाहिए! हम यूपी से है और आपकी बात बहुत दूर- दूर तक पहुंच रही है। आप विश्वास रखीए उन हत्यारों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी! बस आप लोग कभी अपनी हिम्मत मत हरियेगा! हम सभी आपके साथ है!
ReplyDeleteUNTIL DEATH WE ARE WITH YOU.
ReplyDeleteHimmat rakhna aapko justice jarur milega.. meri god se dua hai
ReplyDeleteऐसे दरिंदो को साजा जरूर मिलनी चाहिए और ऐसी साजा मिले की दोबारा कोई ऐसा करने से पहले हजार बार सोचे
ReplyDeleteMai Bhopal se hi hu mai agar kuch aapke kaam aa saku to.mujhe zaroor bataiye ga.
ReplyDelete#JusticeForKiranRajput
ReplyDelete#JustichForKiranRajput
बहुत दुःखद।
ReplyDeleteकठोर से कठोर सजा मिले
मैं श्री राजपूत करणी सेना उत्तर प्रदेश का कार्यकर्ता हु, आप लोगो के साथ बहुत ही गलत हुआ है, आप मुझे कोई अपना कॉन्टैक्ट नम्बर दीजिये जिससे कि मैं आपकी मदद कर सकूं
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