APPEAL FOR JUSTICE

घटना 
16 अप्रैल 2020 दोपहर  लगभग  12  बजे  की  यह  घटना  है  जब  कोरोना  महामारी  से  सम्पूर्ण  देश  मे  लगे  lockdawn  के  कारण  सभी  अपने  घर  मे  थे  देश  के  हर  शहर  की  गलियों  मे  सन्नाटा  पसरा  था।  हमारा  पूरा  परिवार  भी घर  मे  एक  साथ  बैठ  कर  ऐतिहासिक  सीरियल  महाभारत  देख  रहा  था  तभी  अचानक  6  लोग (total 14 लोग  आये थे  6 घर  मे  घुसे  और  बाकि  बहार खड़े  थे  ,6 ने  मेरे  पिताजी  को मारा  और  बाकियो  ने  मेरे  पुरे  परिवार  को मारा  )  जो  एकता  नगर  मे  ही  रहते  है  ( दीपक  , अमन  , आकाश  , भूरा  , टोम्मा  ,राज )  हाथियार ( रोड , लोहे  के  पाइप , डंडे , बेसबॉल , हॉकी  , बैट ) लेकर  मेरे  घर  मे  घुस  आये  मेरे  पिता  को  घसीट  कर  घर  के  सामने   चबूतरे  तक  ले  गए  हम  भी  उनके  पीछे  दौड़े  वह  6  लोग  मिलकर  मेरे  पापा  को  रोड  , लोहे  के  पाइप  , बेसबॉल, डंडे , बेसबॉल , हॉकी , बैट  से  मारने   लगे  मेरे  पापा  मदत  के  लिए  चिल्ला  रहे  थे  वहाँ  और  पडोसी  इखट्टे  हो  गए  थे  वह  सब  तमाशा  देख  रहे  थे    मेरी  मम्मी  जब  मेरे  पापा  की  मदत के  लिए  दौड़ी  तब  उन्ही  6  लड़को  के  साथ  आये  उनके  भाई  विक्की  चौहान  ने  मेरी  मम्मी  को  बुरी  तरह  बैट  से  मारा


 मै  अपने  पापा को  बचाने  जा  रही  थी  तो  मुझे  उन  लडको   की  माँ  जो  उन्ही  6  हत्यारो  के  पीछे  आयी थी    ( हत्यारे  अमन  व  आकाश  की माँ  सौऊआ ) , ( हत्यारे टोम्मा व  राज  की  माँ  जस्सो ) , ( हत्यारे  दीपक  की माँ  गुड्डी  ) ने  मुझे   पकड़  लिया  और  पीटने  लगी  मै  अपने  पापा  की  तरफ  बढ़ने  की कोशिश  करती  रही  पर  वह  तीनो  मुझे  खींचती  रहीं   मै  मेरे  पापा  को  देख  रही  थी  वह  6  मेरे  पापा  को  मिलकर  मारते  रहे  मेरे  पापा  जमीन  पर  गिर  पड़े  बेहोश  हो  गए  मेरे  पापा  के  सर  , मुँह  और  नाक  से  खून  की  धार  लग  गयी  उनकी  गर्दन  लटक  गयी  उन्ही  6  लड़को  के  परिवार  के  मुखिया  हिम्मत  सिंह  चौहान  ने  कहा " मार  डालो , जो  बचाएगा   उसका भी  यही  हाल  करेंगे।  हत्यारे  अमन  और  आकाश  की माँ  सऊआ  ने  अपने  सबसे  बड़े  बेटे  विशाल  को  कहा  की  ऐ  विशाल  नगन  कर  के मार  इन  सब  लड़कियों  को  तब  विशाल  ने  मेरी  सबसे  छोटी  बहन  गीता  ( उम्र  17  वर्ष  ) को  गलत  तरीके  से पकड़ा  ( छूआ ) ओर  उसके  कपडे  फाड  कर  उसे  निर्वस्त्र  करने  की  कोशिश  की  और  उसे  धक्का  मार  कर  जमीन  पर  गिरा  दिया  यहाँ  सब  देख  रही  मेरी  मंझली  बहन  नेहा  जब  मेरी  छोटी  बहन  गीता  के  पास  दौड़  कर  गयी  और  उसे  उठाने  लगी  तब  विशाल  ने  नेहा  की  कमर  मे  पीछे  से  लोहे  की रोड  मार  दी
नेहा  जो  अपनी  छोटी  बहन  गीता  को  बचने  गयी  उसकी   कमर  मे  विशाल  ने  रोड  से  मारा  वह  चोट 
नेहा  को  और  भी  गंभीर  चोटे  आयी  थी  जिनका  जिक्र  वो  यहाँ  नहीं  कर  सकती  मेरा  भाई  शिव  जो  11  साल  का  है  यहाँ  सब  देख  रहा   था  और  रो  रहा  था।  मेरे  पापा   का  सर  फट  गया  था  वे  बेहोश  थे  उनकी  नाक  , मुँह  और  सर  से  खून  की  धार  बह  रही  थी  मेरे  पिता  की  दायी  ऑंख  भी  फोड  दी  उन  हत्यारो   ने   उनकी  गर्दन  लटक  गयी  थी  वे  हिल  डुल  भी  नहीं  रहे  थे 
मैं  और मेरी  माँ  चिल्लाये   " मार  डाला  रे  हत्यारो  ने "  तब  हिम्मत  सिंह  जो  हत्यारो  के  परिवार  का  मुखिया  है  उन्हें  शाबाशी  देकर  उनकी  पीठ  थपथपा  कर  ले  गया  मेरे  पापा  को   हॉस्पिटल  भेज
घटना  से  पहले  का  फोटो 


घटना  के  बाद  का  फोटो  

 
 मेरी  माँ  ठाणे  रिपोर्ट  करने  चली  गयी  और  हम  सब  बहने  और  मेरे  2  छोटे  भाई  मेरे  पापा  की  ठीक  होने   की  भगवान्  से  प्रार्थना  करने  लगे।

रिपोर्ट 
जब  मेरी   माँ  ठाणे  मे  रिपोर्ट  कराने  पहुँची  तो  उनके  साथ  मौके  पर  ठाणे गोविंदपुरा  मे  मौजूद  ASI  अरविन्द  कौरव  द्वारा  दुर्व्यव्हार किया  गया   और  उन्हें  भागने  का  प्रयास  किया  गया  किया  गया  मेरी  माँ  श्री  मति  ललिता  ने  कहा  सर  मेरे   घर  मे  हथियारों  ( रोड , लोहे  के  पाइप  , बेसबॉल  बैट , हॉकी , डंडे ) के  साथ   घुस  कर  6 लोग ( दीपक ,अमन , आकाश , भूरा , टोम्मा , राज )  मेरे  पति  को  घसीट  कर  घर  के  सामने  चबूतरे  तक  ले  गए  और  उन्हें  मिलकर  लोहे के  पाइप , रोड , डाँडो ,बेसबॉल  , बैट ,हॉकी  से  मारा  तब  रिपोर्ट  लिख  रहे  अरविन्द  कौरव  ने  कहा  बिना  मेडिकल  के  हम  यहाँ  नही  लिख  सकते  की  किस चीज़  से  मारा  है और  आप  ज्यादा  बढ़ा  चढ़ा  कर  मत  बताइये  हम  लिख  रहे  है  ना  और  फिर  बिना  मेडिकल  के ही  अरविन्द  कौरव  ने  हत्यारो  को  बचने  के  लिए   सारी  रिपोर्ट  अपने  मन  से  ही  लिख  ली  उन्होंने  केवल  एक  व्यक्ति  के  हाथ  मे   ही  रोड  दर्शायी  और  बाकि  सबने  लात  घुसो  से  मारा  ऐसा  लिख  लिया
मेरे  पिता  की  हालत  गंभीर  होने  के  कारण  मेरी  माँ  को  बार  बार  हॉस्पिटल  से फ़ोन  आ रहे थे  उन्होंने  बिना  पढ़े  ही रिपोर्ट  sing  कर  दिए  और  मेरे  पिता  के  पास  हॉस्पिटल  चली  गयी  मेरे  पिता  का  निधन  18  अप्रैल  2020  को  हो गया  जो  16  अप्रैल  जानलेवा  हमले  से  गंभीर  रूप  से घायल  और  बेहोश  थे  
मेरे  पिता  के  निधन  के बाद  जब  मेरी  माँ ने  रिपोर्ट  पढ़ी  तो  वह  बिलकुल  अलग  थी  जो  उन्होंने  रिपोर्ट  मे  लिखवाया  था  वह  लिखा  ही नहीं  गया  मेरी  छोटी  बहन  नेहा  ने  रिपोर्ट  मे  अपनी  चोट  के  बारे  मे  लिखना  चाहा  था  उसे  भी  अनसुना  कर दिया  गया  रिपोर्ट  मे  लिखा  गया  है  की  मेरे  पिताजी  को  लात  और  घुसो  से  मारा गया  है  sense  of   humor  वाली  बात   है  लात  और  घुसो  से  कोई  मरता  है  क्या  ? लात  और  घुसो  से  किसी  के   सर  की  हड्ड़ियो  के  टुकड़े टुकड़े  हो जाते है  क्या ? लात  और  घुसो  से  मारने  से  किसी  के  ब्रेन  मे  खून  के  थक्के  जम  जाते  है  क्या  ? मेरे  पिता  की  पोस्टमार्ट  रिपोर्ट  देखिये  उन्हें  9  जगह  गंभीर  चोंटे  आयी  हैं तो  क्या  केवल  एक  व्यक्ति  ने  9  जगह  रोड  से  मारा  ? और  बाकि  5  लात  घुसो  से  मारते  रहे  ? 
पोस्टमार्टम  रिपोर्ट  पेज  
मेरे  पापा  की  हत्या  के  बाद  जब   रिपोर्ट  हमने  पढ़ी  तो  पाया  की  जो  हमने  लिखवाया  था  वह   लिखा ही  नहीं  गया हथियारों   जगह  लात  और घूंसे  से  मारा लिखा  गया    तब  हमने   गोविंदपुरा  ठाणे  के  TI   को  गलत  रिपोर्ट  लिखी  जाने  की  सुचना  एक  आवेदन  पत्र  के  माध्यम  से दी और  उसकी  receiving  भी  ली 



(रिपोर्ट  गलत  दर्ज  की  गयी  है  के  विषय  मे  एप्लीकेशन  पर  थाना  गोविंदपुरा  के  TI  सर  के  sign )

 पर फिर  भी  हमरी  रिपोर्ट  मे  अभी  तक  कोई  सुधार  नहीं  किया  गया  है ! हमें  यही  सलाह दी   जा  रही  है  की आप  लोग  अपने  स्टेटमेंट दे  दीजिये  और  स्टेटमेंट  मे  जो  कहना  है  कह  दीजिये

मै  आप  लोगो  से  पूछती  हूँ  जहाँ  एक  गरीब  मजदूर  की  घर  मै  घुस  कर  हत्या  कर  दी  जाती  है  उसके   पुरे परिवार बीवी  बच्चों  सबको  बेरहमी  से मारा  जाता  है उस  परिवार  की  रिपोर्ट  तक  पुलिस  हत्यारो  को  बचने  के  लिए  गलत  लिखती  है  ऐसे  कानून  से  हम  क्या  न्याय  की  उम्मीद  करे  जिस  बेस  पर  आगे  चल  कर  हमें  केस  लड़ना  है  वो बेस  ही  गलत  बना  दिया  गया  है  हमारी   FIR  गलत  बना  दी  गयी  है  तो  क्या  न्याय  मिलेगा  हमें ?

पीड़ित  की  स्तिथि

मेरे  पिता  तरुण  सिंह  जिनकी 6  बदमाशों  द्वारा  निर्मम  हत्या   कर  दी  गयी  है  एक  प्राइवेट  कंपनी  मे  मजदूर  थे  अपने  बीवी  बच्चो  के  लिए  सुबह  8  से  शाम  8  तक  मेहनत  करते  थे     अपनी  पढाई   का  खर्च  निकलने  के  लिए  मेरी  माँ  और  हम  सभी  बच्चे  चिल्ड्रेन्स  पार्क मै  खिलोने  बेचते  थे 
 

हम  3  बहन  और  मेरे  २  छोटे  भाई ( 14yr , 10yr ) हैं  पिताजी  की  ह्त्या  के बाद  माँ  का  बुरा  हाल  है  वे  बार  बार  बेहोश  हो जाती हैं  और  एक  ही बात  बार  बार  कहती  हैं  की  उन हत्यारो  को  उम्र  कैद  या  फांसी की  सजा  दिलाऊँगी  हम घर  मे  3  लड़किया  हैं  घर  के मुखिया  तो रहे  नहीं  अगर  उन   हत्यारो  को जमानत  पर  छोड़ा गया  तो  कल  को  हमारे  साथ  भी  कुछ  भी  हो सकता  है  उन्होंने  जमानत  की  अर्जी  लगा  दी  है और  हमारे  पास अभी  वकील  भी  नहीं है   हमारी  FIR   भी   गलत  लिख  ली गयी   थी   तब भी  हमें  कोई  बताने  वाला  नहीं  था  की  अब  हमें  क्या  करना  चाहिए  विशाल  चौहान  जिसने  मेरी  छोटी  बहन  गीता ( उम्र 17  वर्ष ) के कपडे  फाडे और  उसके   साथ  बलात्कार  करने  का प्रयास  किया  उसकी  भी  गिरफ्तारी  अभी तक  नहीं  हुई है  कौन  जिम्मेदार  है  अगर  कल  को  हमारे  साथ  कुछ  गलत  होता है  तो  पुलिस  तो  ह्त्या  होने  के  बाद  भी  हमारी रिपोर्ट  गलत  लिखती है ! मेरे  पिता  की  हत्या  के  बाद  रात  1  जून  रात  2 :30  बजे  वह  गुंडे( 6  जेल  मे  है  बाकि  बहार हैं )   हमारे  घर पर  चढ़े  घर  टीन  का  है  हम ( हम  3  लड़किया  मेरे  2 छोटे  भाई  14 , 10  year  के  हैं और  मेरी माँ )  डर  से  सेहम  गए  और  उठ  कर  बैठ  गए  उन  हत्यारो ने ( जोकि  जेल  से  बहार  है ) हमारे  घर  पर  पथ्थरो  से हमला  किया  और  6  और   को  जान  से  मारने  की  धमकी  दी  तब  सुबह  हमें  मेरे  पिता  की  25  साल  की  मेहनत  से  बनाया  घर ( rural  area  मे  एक  छोटा  सा  माकन  पिताजी  ने  अपनी  मेहनत  से  बनाया  था )  छोड़ना  पड़ा  अब  हमारे  पास  ना  घर  है  ना  आय  का  कोई  साधन

हत्या  का  कारण 

( स्वर्गिय  श्री  तरुण  सिंह  की  पत्नी  पीड़ित  श्री  मति  ललिता  की  जुबानी )

   8  अप्रैल  2020  की  बात  है  कि  मेरा  बेटा  कृष्णा( उम्र 14  वर्ष )   जो  आनन्द  मार्ग  स्कूल  क्लास  8  मे  पढता  है अपने साथी  ऋतिक  के  साथ  घर  के  पास  ग्राउंड  मे  बैठा  मोबाइल  मे  टिक  टोक  देख  रहा   था।  तभी  हत्यारा  राज  व  हत्यारा टोम्मा  ऋतिक  की  पुरानी  लड़ाई  को  लेकर  कृष्णा  को  मारने  लगे  की  तू  ऋतिक  के  साथ  नही  बैठेगा हत्यारे  भूरा  ने  कृष्णा  को  मार  कर  उसका  सर  फोड  दिया  और  साथ  ही  हत्यारे राज , टोम्मा  व हत्यारो का भाई   कारण  भी  मारते  रहे।   यह  सब  होने  पर  जब  मै  मेरे  पति  और  मैं    थाने  मे  रिपोर्ट  दर्ज  कराने  पहुँचे   तो  मेरे  और  मेरे पति  के   साथ  पुलिस  द्वारा  दुर्व्यव्हार  किया  गया  मुझे  गाली  दी  गयी  और  भगाने  का  प्रयास  किया  गया  मेरे  बेटे  कृष्णा  ने कहा  की  मुझे  4 लोगो  ने  मारा  है  तो  पुलिस  वाले  राम  संजीवन  ने  कहा  तुझे  4  नही  10  लोगो  ने  मारा  है  अगर  इतने  लोगो  ने  मारा  होता  तो  तू  यहाँ   खडा  नहीं  होता   , कृष्णा  ने  कहा  की मुझे  बड़े  पथ्थर से  मारा  है  तो  राम  संजीवन  ने  कहा  की  तुझे  इतना  मारा  होता  तो  तू  मर  जाता     जिनकी  हम  रिपोर्ट  कराने  जाते  थे  उनके  गले  मे  हाथ  डाल  कर  बाबूलाल गौर  पुलिस  वाला  घूमता  और  हँसते। इस  तरह  जब  पुलिस  द्वारा  उनका  साथ  दिया  गया  तो  उन  गुंडों  के  हौसले  और  बढ़ते  गए।  बड़ी  मुश्किल  से  अंततः  मेरी  रिपोर्ट  लिखी  गयी



मेरे  बेटे  कृष्णा  को  हत्यारो  ने  मारा था  उसकी  रिपोर्ट  

रिपोर्ट  पेज 2 


 बच्चे  का  मेडिकल  हुआ  उसे  सर  मे  टांके  आये  थे।


 उसके  बाद  मेरे  पति  को हत्यारे  अमन  जो  की  हत्यारे राज , टोम्मा  , भूरा  का  भाई  है  द्वारा  धमकी  दी  गयी  की  रिपोर्ट  वापस  लो  और  उन्ही  के  भाई  हत्यारे आकाश  ( जिन्होंने  मारा  था  उनका  भाई )  ने  कहा  की  जान  से  मार  के  फेंक  देंगे  अकेला  तो  है  क्या  कर  लेगा  हमारा  घर  मे  घुस  कर  मरेंगे।  इस  पर  मेरे  पति  ने  जान  से  मारने  की  धमकी  की  शिकायत  पुलिस  मे  करने  के  लिए  एक  एप्लीकेशन  मेरी  बेटी  से  बनवाई  और  उस  पर  अपने  हस्ताक्षर  किये 
 15  अप्रैल  को  lockdown  के  कारण  वे  थाने  जा  न  सके  तब  हमने  ( मेरी  बेटी  ने  गोविंदपुरा  ठाणे  के  TI  को  तथा  100  डायल  को  फोन  करके  धमकी  की  सुचना  दी  100  डायल  ने  5  बजे  आने  का  आश्वसान  दिया )  पुलिस  वाले  उस  दिन  हमारे  घर  तो  नहीं  आये  परन्तु  मेरे  पति   की  हत्या  जिन  बदमाशों  की   हमने  शिकायत  की  थी  उन्होंने  कर  दी  उसके  बाद  जब  हमारी  पुलिस  और  गोविंदपुरा  ठाणे  के  TI  से    हुई  तो  तो  उन्होंने  बताया  की  हमने  15  अप्रैल  की  शाम  ह्त्या  से  एक  दिन  पहले  आकर  उन  बदमाशों  को  डांट  फटकार  लगाई  थी।

हत्यारो  का  बैकग्राउंड 

यह 6  हत्यारे  हैं  जो  यहाँ  एकता  नगर  मे  ही  रहते  हैं  कुत्तो की  तरह  आवारा  घूमने  वाले  गली  के  गुंडे  सभी  एक  ही  परिवार  से  हैं  पुरे  परिवार  का रिकॉर्ड  ख़राब  है  इन्हे  इनके  चाचा  बिल्ला  का सपोर्ट  है  जब  भी  ये  कोई  जुल्म  करते  है  तो  बिल्ला इन्हे  छुडा  लेता  है, दर्जनों  रिपोर्टे  होंगी  इन हत्यारो  के खिलाफ  ठाणे  मे ।  बिल्ला  सट्टा खिलवाता  है  और  2  नंबर  के काम  करता है  एक  बार  बिल्ला   को  2  नंबर  के  काम  मे  गिरफ्तार  भी  किया   जा  चूका  है  बिल्ला   ठाणे  मे  पैसे  भेजता  है इसलिए  सरे पुलिस  वाले  उसे  जानते  है  और  बिल्ला  के इन  गुंडे  भतीजो  के  खिलाफ  कोई  कार्यवाही  नहीं करते  और  भी  कई  लोगो  के  घर  मे  घुस  कर  मारपीट  की  है  इन  हत्यारो  ने  और  रिपोर्ट  भी  लिखवाने  नहीं  जाने  दिया। इन  हत्यारो   को फांसी  की  सजा  हो  ताकि  आज  जो  हमारे  साथ  हुआ  कल  किसी और  के  साथ  ना  हो



हमारी मदत  के  लिए 

मैं  किरण  राजपूत  पुत्री  स्वर्गीय  श्री  तरुण  सिंह  राजपूत  आप  सबका  आवाहन  करती  हूँ  इस  जुल्म  के  खिलाफ  जंग  मे  हमारा  साथ  दे  आगे  आये  हमारी  कमज़ोर  आवाज़  मे  अपनी  आवाज़  मिला  कर  उसे  ताकतवर  बना  दें  इस  केस  को  इतना  शेयर  करे  की  कानून  को  जल्द  से  जल्द  इन  दरिंदो  को  फांसी देनी  पड़े।



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धन्यवाद  !

किरण  राजपूत 

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कालिंग -8827650940 , ( TELEGRAM -@kiranrajput )


ट्वीटर -@kiranra16479443 



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Comments

  1. Replies
    1. Ese hatayaro ko to Umar khed nhi fasi di jani chahiye nhi to ye hatayare or na Jane kitne masoom log ki hataya krenge

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  2. Justice for yur family... Don't worry...upr wala sb dekh rha h..nyay jaroor milega

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  3. Pls pareshan mt ho justice jarur milega ap ko Bahut bura kiya salo ne

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  4. Justice hona chahiye 👍👍👍

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  5. Un logo saja jaroor hona chaiye

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  6. Ese logo ko saja honi hi cahiye

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  7. कुत्तों का अंत समय निकट है। और याद रखो कुत्तों की मौत शान से नहीं होती। उसे कुत्ते की ही मौत मिलती है। जय माता दी।

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  8. आपको न्याय जरूर मिलेगा और उन हत्यारो को सजा भी ।।😔

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  9. Justice for Tarun chacha!!!☹️
    If needed any help from his office contact me!

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  10. इन हत्यारों को फांसी की सजा होनी चाहिए और पीड़ित को न्याय मिलना चाहिए सरकार से गुजारिश करूंगा कि कृपा करके वह इस मामले की तहत तक जाएं और जल्द से जल्द सुनवाई करें

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  11. In hatyron ko sja mile jldi se jldi..Or sja kuch aise mile ki fir kbhi kisi gareeb ke sath aise krne kisi ki himmat na ho..Inke sath sath .. jin police inspector ne aisa kiya unke sath bhi karyvahi ki jaye....Or un womens ko bhi sja mile jo apne beton ke ghinone kam ko apni aankhon ke samne hote hue bhi nhi roki or blki unka sath di ..... WE WANNA JUSTICE...😶😶

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