thought power
अपने मन को एक बगिया की तरह देखना । आप एक माली हैं और आप विचार रुपी बीजों को पूरे दिनभर अपनी आदत के अनुसार बो रहे हैं। जैसा आप अपने मन में बोते (उगाते ) हैं। उसी तरह का फल आपको अपने शरीर और वातावरण में मिलेगा। आपके सभी अनुभव , घटनाये , परिस्थितियां , और क्रियायें आपके मन की प्रतिक्रियाओं के स्वरूप हैं। अब आप शांति , खुशी , सही कार्य, अच्छा संकल्प और समृद्धि के विचार बोना शुरू करें। अपने मन को समरस , स्वस्थ , शांति और शुभचिंतक की तरह व्यस्त रखें , तब आपके जीवन में चमत्कार होने लगेंगे। विचार चुम्बकीय हैं और हर विचार की एक फ्रीक्वेंसी होती है। जब आपके मन में विचार आते हैं , तो वे ब्रह्मांड में पहुँचते हैं और चुंबक की तरह उसी फ्रीक्वेंसी वाली सारी चीज़ो को आकर्षित करते हैं। हर भेजी गई चीज़ स्तोत्र तक यानि आप तक लौटकर आती है। ब्रह्मांड सभी लोगों को सभी चीज़ें देता है। आपके पास यह चुनने की छमता है की आप किस चीज़ को साक